मन के ताल पर अठखेलियाँ खेलती एक छोटी सी कश्ती है "जिज्ञासा" मन के ताल पर अठखेलियाँ खेलती एक छोटी सी कश्ती है "जिज्ञासा"
प्रिये, एक बूँद अपने अमृत का, मुझ पर भी बरसा दो तुम। प्रिये, एक बूँद अपने अमृत का, मुझ पर भी बरसा दो तुम।
मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओर !! पूर् मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओ...
जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें। जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें।
हर मुख पे मुस्कान सजे। दुख बाँटे, सुख ले बँटाये, जीवन की ये राह बनाये। हर मुख पे मुस्कान सजे। दुख बाँटे, सुख ले बँटाये, जीवन की ये राह बनाये।
देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने । देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने ।